Thursday 12 March 2015

Allergic beauty product

खतरनाक ब्यूटी प्रोडक्ट 

मेकअप-के-बनावटी-सामान-से-खूबसूरती-बढ़ाना
         मुलायम Skin के लिए मॉइस्चराइजर, पोषण देने के लिए नरिशिंग क्रीम, ग्लो पाने के लिए फेयरनेस क्रीम और फेस पाउडर, होंठों की सुंदरता के लिए लिपस्टिक, ये वो Cosmetics हैं, जिसे हम रोजाना इस्तेमाल में लाते हैं।
         ब्यूटी किट में किसी एक समान की कमी आपको बर्दाश्त नहीं होती। इस तरह सुबह से लेकर रात सोने तक न जाने कितने केमिकल्स Cosmetic उत्‍पादों के माध्यम से हमारी Skin के संपर्क में आते हैं।
         स्किन एक्सपर्ट रोहित बत्रा बताते हैं कि हम Cosmetics का इस्तेमाल आमतौर पर खूबसूरती बढ़ाने के लिए करते हैं, लेकिन जब यही Cosmetics आपको बीमार बनाने लगे, तो शायद महिलाएं कोई भी Cosmetic इस्तेमाल करने से पहले एक बार जरूर सोचेंगी।
         हाल की आई CSE की रिपोर्ट पर विश्वास करें, तो बहुत सारी बड़ी कंपनियों के Cosmetic प्रोडक्ट्स में हैवी मेटल जैसे अर्सेनिक, कैडमियम, लेड, मरकरी, निकेल आदि पाए गए हैं। ये वो मेटल हैं, जो शरीर से लंबे समय तक टच में रहें, तो कैंसर और Skin संबंधी अन्य सम्‍ास्याओं को बढ़ा सकते हैं।
         वहीं CSE की प्रमुख सुनीता नारायण का कहना है कि ब्यूटी प्रोडक्ट में खतरनाक रसायनों के इस्तेमाल को रोकने के लिए देश में कोई सख्त कानून नहीं है। मरकरी का इस्तेेमाल पूरी तरह प्रतिबंधित है, इसे तुरंत बंद किया जाना चाहिए।
         बहुत सारी कंपनियां अपने प्रोडक्‍ट को बेचने के लिए तय मानक से ज्‍यादा Chemical Cosmetic यूज करने लगी हैं। इनमें कुछऐसे Chemical भी इस्‍तेमाल किए जा रहे हैं, जो प्रतिबंधित हैं। इसके बावजूद उनका इस्तेमाल हो रहा है।
         Skin को नमी देने और सूर्य की हानिकारक किरणों से सुरक्षा देने के लिए मॉइस्चराइजर का यूज करते हैं। लेकिन क्‍या आपको मालूम है कि ज्यादातर कंपनियों के मॉइस्चराइजर में मौजूद हानिकारक Chemical आपकी Skin से नमी छीन भी लेते हैं।
         रेटिनॉल जैसे रसायन एंटी एजिंग क्रीम में ज्यादातर यूज किए जाते हैं। रेटिनॉल से Skin सूर्य प्रकाश के प्रति ज्‍यादा संवेदनशील हो जाती है। यही नहीं इससे Skin की परतें हट भी सकती हैं। गर्भधारण करने वाली युवतियों को रेटिनॉल से बने प्रोडक्ट्स के इस्तेमाल से बचना चाहिए। कोई भ्‍ी ब्‍यूटी प्रोडक्ट लेने से पहले उस पर लिखे निर्देश को पढ़ें। जिस चीज से आपको एलर्जी हो, उससे बचें।
         हाइड्रोक्विनॉन रसायन कैंसर कारक होता है। वहीं शैंपू में यूज सोडियम लॉरिल सल्फेट Skin में खुजली कर सकता है। इससे सिरदर्द हो सकता है।
         ट्राइइथेनोलामाइन नामक रसायन कुछ स्किन केयर प्रोडक्ट में पीएच वैल्यू को ठीक रखने के लिए मिलाया जाता है। इस Chemical से एलर्जी, Skin के रूखेपन आदि की समस्या हो सकती है।
         भले ही रंग-बिरंगे बाल आपकी पर्सनैलिटी को निखारते हों, लेकिन कभी आपने गौर किया है कि इसमें इस्तेमाल Chemical आपके लिए कितना फ्रेंडली है? कुछशोधों में यह बात सामने आई है कि कुछकंपनियां हेयर कलर में टार और लेड जैसे Chemical का इस्‍तेमाल जरूरत से ज्‍यादा कर रही हैं।
         इससे बाल झड़ने, खुजली, जलन जैसी समस्याएं हो सकती हैं। वहीं लेड से मस्तिष्क की तकलीफ बढ़ती है। साथ ही इसमें मौजूद अन्य हानिकारक रसायन आंखों और दिमाग पर काफी बुरा असर डालते हैं।
         इसी तरह वैक्सिंग और ब्‍लीच क्रीम भी है। इसमें भ्‍ारी कुछऐसे रसायन इस्‍तेमाल किए जा रहे हैं, जिनका सेहत पर बुरा असर होता है। ब्लीच क्रीम में इस्‍तेमाल रसायन आपकी Skin में रैशेस, जलन और खुश्की जैसे लक्षण पैदा कर सकते हैं। इसलिए इसके इस्‍तेमाल से पहले Skin पर इसकी जांच कर लें कि यह आपकी Skin के लिए सही है या नहीं। यदि आपकी Skin ज्‍यादा संवेदनशील है, कोई भ्‍ारी Cosmetic यूज करने से पहले स्किन एक्सपर्ट से सलाह जरूर लें।
         अगर आप तरह-तरह की खुशबूदार चीजें लगाने की शौकीन हैं, तो आपको बता दूं कि बाजार में मौजूद कई तरह की फ्रेगरेंस जैसे परफ्यूम, डियो, एयर फ्रेशनर आदि में भी कुछ ऐसे Chemical मिलाए जा रहे हैं, जो सेहत पर बुरा असर डालते हैं।
         टेलकम पाउडर भी इससे अछूता नहीं है। इसमें यूज Chemical शरीर में एलर्जी और फेफड़ों में इंफेक्शन का कारण हो सकता है। काजल, सुरमा और लिपस्टिक में भी रसायन मिक्‍स हैं। Chemical युक्‍त काजल आंखों में कई तरह की बीमारियों को जन्म दे सकता है।
         लिपस्टिक का Chemical भी आपके होंठ से नमी को चुरा सकता है। इसलिए लिपस्टिक लगाने से पहले लिप बाम का प्रयोग करें। ज्‍यादा जरूरी न हो, तो लिपस्टिक लगाने से बचें।
         सौंदर्य उत्‍पाद के प्रति ये लापरवाही न सिर्फ भारत में, बल्कि पूरी दुनिया की कहानी है। जो लोग जागरूक हैं, वे अन्‍य विकल्‍पों के बारे में भी सोचते हैं, लेकिन उन लोगों का क्‍या जो इनसे अनजान हैं।
         हालांकि पिछले कुछ सालों में Chemicals के साइड इफेक्‍ट्स को देख्‍ते हुए लोगों का रुझान हर्बल और ऑर्गेनिक उत्पादों की तरफ बढ़ा है।
         हर्बल प्रोडक्‍ट के बारे में ब्‍यूटी एक्‍सपर्ट शहनाज हुसैन का मानना है कि Chemical युक्‍त Cosmetic प्रोडक्‍ट्स न सिर्फ Skin को नुकसान पहुंचाते हैं, बल्कि सेहत पर भी असर डालते हैं। इनसे बचने का बस एक ही तरीका है हर्बल प्रोडक्ट का चुनाव।
         ऐसे उत्‍पाद इको-फ्रेंडली भी होते हैं और Skin को हानिकारक प्रभाव से बचाते भी हैं। ऐसे उत्पाद Skin के प्राकृतिक तत्वों की सुरक्षा करते हैं और Skin को चमकदार और लचीला बनाए रखने में मदद करते हैं। अगर आप भी Chemical के प्रभाव से खुद को बचाना चाहती हैं, तो Cosmetics के अन्‍य विकल्पों पर भी गौर करें।कुछ भी खरीदने से पहले जांच-परख जरूरी है।
         आपके किचन में ही ऐसी कई चीजें हैं, जिनका इस्‍तेमाल आप अपने सौंदर्य काे बनाने में कर सकती हैं। शहद, हल्‍दी, अलसी, बेसन, एलोवेरा, केसर, नीम, जैसी चीजों का इस्‍तेेमाल आप Skin के लिए कर सकती हैं।
         अगर Skin को कुदरती तरीके से नम रख्‍ाना चाहती हैं, तो शहद आपके लिए सही रहेगा। शहद में ऐसी खूबी है कि यह Skin को सूर्य की तेज किरणों से बचाने के साथ्‍ा Skin को ताजगी प्रदान करता है। शहद एक प्राकृतिक एंटी-ऑक्सीडेंट है। इस वजह से यह Skin को इंफेक्शन से भी बचाता है।
         यह Skin में पानी की कमी नहीं होने देता और Skin को सूखेपन से बचाता है। अगर इसे रोज Skin पर लगाएं, तो आपकी Skin चमकदार और कोमल हो जाती है। अगर आपकी Skin तैलीय है, तो शहद और दूध का घोल नियमित रूप से अपने चेहरे पर लगाएं। मुंहासों से बचने के लिए आप अपने चेहरे पर शहद लगा सकती हैं।
         CSE की हाल में आई एक रिपोर्ट में खुलासा हुआ है कि Cosmetic प्रोडक्ट में खतरनाक और प्रतिबंधित रसायन धड़ल्ले से मिलाए जा रहे हैं, जिसमें कुछ बड़ी कंपनियां भी शामिल हैं। फेयरनेस क्रीम और लिपस्टिक में जो Chemical यूज किए जा रहे हैं, उससे आपकी याददाश्त तक भी जा सकती है।
         इस रिपोर्ट के अनुसार अलग-अलग कंपनियों के Cosmetics के नमूनों की जांच की, तो क्रीम के 14 नमूनों में 0.10 से 1.97 पीपीएम स्तर तक मरकरी पाई गई, जबकि किसी भी क्रीम में मरकरी के इस्तेमाल पर प्रतिबंध है।
         15 बड़ी कंपनियों की लिपस्टिक में भी क्रोमियम की मात्रा अधिक मिली। वहीं हेयर कलर प्रोडक्ट में टार की अधिक मात्रा पाई गई। फेस पाउडर और ऐसे अन्य Cosmetic प्रोडक्ट्स में भी निकेल की मात्रा आवश्यकता से अधिक मिली है। यही नहीं बच्चों के Cosmetic प्रोडक्ट्स में भी हानिकारक रसायन पाए गए।
      लोगों को सोचना चाहिए कि केमिकल्स लॉन्ड्री के इस्तेमाल के लिए है, न कि Skin के लिए। नाजुक Skin की देख्‍ाभाल खास तरह से करनी चाहिए। Cosmetic प्रोडक्ट में यूज Chemical का प्रभाव भले ही आपको तुरंत न दिखें, लेकिन 30-40 की उम्र के आते ही इसका असर दिखना शुरू हो जाता है।
       लेकिन इसके उलट ऑर्गेनिक ब्यूटी प्रोडक्ट आपकी Skin पर कोई प्रभाव नहीं डालते। इसमें जरूरी विटामिन्स, मिनरल्स और तेल आदि होते हैं, जो Skin को पोषण देने के साथ उसे बैलेंस रखते हैं।

         ऑर्गेनिक Cosmetics सख्त और हार्मफुल तत्वों से फ्री होते हैं। बाजार में ऑर्गेनिक प्रोडक्ट््स की कई रेंज मौजूद हैं, जिसमें स्किन केयर से लेकर हेयर केयर प्रोडक्ट भी मौजूद है। इसमें से आप खुद के लिए सही प्रोडक्ट चुन सकती हैं और अपनी खूबसूरती को लंबे समय तक बनाए रख सकती हैं।

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