Tuesday 10 March 2015

How to control blood pressure

           
नारी शरीर की रचना और मासिकचक्र
एक मेडिकल स्‍टडी के मुताबिक कुछ खास हार्मौन के कारण हाई ब्लडप्रेशर पुरुषों की अपेक्षा महिलाओं के लिए अधिक खतरनाक हो सकता है। हालांकि
, ब्लडप्रेशर को कई कुदरती तरीकों से काबू किया जा सकता है और ये छोटे लेकिन असरकारी उपाय बेहद मददगार साबित होते हैं। कई मामलों में तो ये दवाओं से भी ज्‍यादा कारगर साबित होते हें।
शाकाहारी बनें- मांसाहार पसंद करने वाले किसी शख्‍स के लिए शाकाहारी बनना आसान नहीं लेकिन, अगली बार जब आप बाहर खाने जाएं, तो अपने लिए नॉनवेज बर्गर के स्‍थान पर वेजिटेरियन बर्गर मंगायें। ब्लडप्रेशर को नियंत्रित करने का यह तरीका बेहद कारगर है। जर्नल ऑफ अमेरिकन मेडिकल एसोसिएशन इंटरनल मेडिसन में प्रकाशित शोध के अनुसार, शाकाहारी भोजन करते रहने से आपका ब्लडप्रेशर 7 प्‍वाइंट तक कम किया जा सकता है। इसके साथ ही सालभर में आप 5 किलो तक वजन कम कर सकते हैं। शाकाहारी आहार में ब्लडप्रेशर को बढ़ाने वाले सोडियम की मात्रा कम होती है और साथ ही ब्लडप्रेशर को कम करने वाला पोटेशियम अधिक मात्रा में होता है।
तनाव करें बाहर- आपने कोई मेहनत वाला काम भी नहीं किया, लेकिन इसके बावजूद थके हुए महसूस करते हैं, तो इसके लिए तनाव को जिम्‍मेदार ठहरा सकते हैं। नियमित रूप से तनाव और चिंता में रहने से आपको उच्‍च ब्लडप्रेशर का खतरा बढ़ जाता है। साइंस जर्नल ऑफ साइकोलॉजी के मुताबिक जो लोग शांत रहते हैं उनके मुकाबले फिक्रमंद रहने वाले लोगों का हाई ब्‍लड प्रेशर का खतरा ज्‍यादा होता है। अगली बार जब आपको तनाव का अहसास हो, तो फौरन उसे कम करने का प्रयास करें। आप प्राणायाम का सहारा ले सकते हैं। अपनी जीभ को दांतों और मसूड़ों के बीच रखें और चार की गिनती तक सांस अंदर लें, सात की गिनती तक रोकें और फिर आठ तक गिनते हुए उसे नाक से बाहर छोड़ें। इससे आपकी चिंता दूर हो जाएगी।
कुछ न करें- शांत बैठकर आप तनाव से मुक्ति पा सकते हैं। इससे आपका तनाव कम होता है। 2013 के एक शोध में कहा गया कि शांत बैठने से ब्लडप्रेशर का स्‍तर 5 प्‍वाइंट तक कम किया जा सकता है। आराम से एक स्‍थान बैठकर किये जाने वाले ध्‍यान के स्‍थान पर आप बॉडी स्‍कैनिंग आजमा सकते हैं। इसमें जमीन पर सीधा लेटकर सिर से लेकर पैर तक अपने शरीर के हर अंग पर ध्‍यान केंद्रित किया जाता है। यूं तो इस ध्‍यान को 45 मिनट करना चाहिये, लेकिन छोटे सेशन का भी फायदा होता है।
 सूरज की रोशनी- धूप हमारे शरीर के लिए बहुत जरूरी होती है और आप दिन में कितनी बार ऐसा करते हैं। घर से दफ्तर और दफ्तर से घर की आपकी जिंदगी में कभी बाहर निकलकर सूर्य के दर्शन किये हैं आपने। सूर्य विटामिन ‘D’ का सबसे बड़ा स्रोत है और शरीर में विटामिन ‘D’ की कमी होने से ब्लडप्रेशर बढ़ सकता है। ब्रिटेन में 35 शोधों के विश्‍लेषण के बाद शोधकर्ताओं ने विटामिन ‘D’ और ब्लडप्रेशर के संबंधों का पता लगाया तो सूर्य की रोशनी में रहकर आप विटामिन डी का स्‍तर बढ़ा सकते हैं और इससे आपका ब्लडप्रेशर नियंत्रित रह सकता है। जर्नल ऑफ इन्‍वे‍टिगेटिव डर्मोटॉलोजी में यह बात सामने आयी है कि रोजाना 20 मिनट पराबैंगनी किरणों में रहने से रक्‍तवाहिनियां चौड़ी हो जाती हैं, इससे कार्डियोवस्‍कुलर प्रक्रिया बेहतर काम करती है। यानी इससे आपका ब्लडप्रेशर नियंत्रित होता है।
डिनर के बाद टहलें- आयुर्वेद में रात के भोजन के बाद टहलने को जरूरी बताया गया है। इसमें शतपदी यानी कम से कम सौ कदम चलना जरूरी माना गया है। इससे पाचन क्रिया और ब्लडप्रेशर दोनों संतुलन में रहते हैं। भले ही आप सुबह एक्‍सरसाइज करते हों, लेकिन आपको दिन भर निष्क्रिय नहीं रहना चाहिये। सुबह एक्‍सरसाइज करके दिन भर टीवी या कंप्‍यूटर के सामने बैठा रहना सेहत के लिए अच्‍छा नहीं। ऐसे लोग जो दिन का अधिकतर वक्‍त यूं ही बैठे-बैठे गुजार देते हैं, उन्‍हें दिल की बीमारियां होने का खतरा अधिक होता है। यह बात भी याद रखने की है कि उच्‍च ब्लडप्रेशर कार्डियोवस्‍कुलर डिजीज का सबसे बड़ा जोखिम कारक माना जाता है। दिनभर में भी आपको हल्‍का-फुल्‍का व्‍यायाम करते रहना चाहिये। इससे आपकी सेहत और ब्लडप्रेशर नियंत्रित रहता है।  
नाश्‍ता भारी होना चाहिए- कभी किसी ने आपसे कहा है कि आपको नाश्‍ता हल्‍का करना चाहिये। अगर नहीं, तो अच्‍छी बात है और अगर हां, तो फिर इस बात को फौरन भूल जाइये। भारी नाश्‍ता न केवल आपका वजन, बल्कि ब्लडप्रेशर को भी काबू में रखता है। इस्राइल में हुए एक शोध में यह बात सामने आयी। इस शोध में बताया गया कि 700 कैलोरी का नाश्‍ता करने वाली महिलाओं को वजन और ब्लडप्रेशर कम करने में मदद मिली। भारी नाश्‍ते के साथ ही उन्‍होंने लंच और डिनर हल्‍का किया था। आप कटे टमाटर और शकरकंद का सेवन नाश्‍ते में करें। इसमें पोटेशियम भरपूर मात्रा में होता है। सेहतमंद नाश्‍ता न केवल आपकी पाचन क्रिया को अच्‍छा रखता है, बल्कि ब्लडप्रेशर को भी काबू रखता है।

फोन रखें साइलेंट पर- फोन आजकल जरूरी नहीं मजबूरी बन चुका है। लेकिन, कभी-कभी इसे स्विच ऑफ करना बेहतर होता है। अगर आप फोन को बंद नहीं कर सकते तो थोड़ी देर इसे साइलेंट पर रख दें। क्‍या आपको इस बात का अंदाजा है कि फोन की घंटी आपके ब्लडप्रेशर में इजाफा करती है। 2013 में अमेरिकन सोसाइटी ऑफ हायपरटेंशन में प्रकाशित इटली के शोध के मुताबिक फोन की घनघनाहट 7 प्‍वाइंट तक बढ़ा सकती है। हालांकि इसके कारणों के बारे पूरी तरह से नहीं पता। लेकिन जानकारों का कहना है कि शायद फोन कॉल से होने वाली हलचल से कुछ लोग, विशेषकर वे जिन्‍हें बहुत ज्‍यादा फोन नहीं आते, चिंतित हो उठते हैं।

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