Wednesday 4 March 2015

Menstrual cycle problum


            पीरियड्स का दौर महिलाओं के लिए मुश्किल भरा हो सकता है, क्‍योंकि मासिकधर्म से पहले और बाद में भी कई तरह की समस्‍यायें होती हैं। पीएमएस, अधिक खून का बहना, खून के थक्‍के जमना, आदि के बाद उसे कई बार रैशेज की समस्‍या से भी जूझना पड़ता है। इन दिनों महिला के पेट के निचले हिस्‍से में दर्द होता है जिसके कारण उसे सामान्‍य जीवनयापन में समस्‍या होती है।
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मासिकधर्म की गड़बड़ियां
            पीरियड रैशेज को वह सामान्‍य ही समझती है जिसके कारण यह समस्‍या गंभीर भी हो जाती है। रैशेज पड़ने से खुजली होती है, अगर इसे खुजला दिया जाए तो इसके कारण घाव हो जाता है औ वहां से खून निकलने लगता है। इसलिए बेहतर यही होगा कि अपने पीरियड्स के दिनों में उन हिस्‍सों का खास खयाल रखें और रैशेज की संभावना को कम करें। इस लेख में विस्‍तार से जानें कैसे पीरियड रैशेज से बचाव कर सकते हैं।

मासिकधर्म-की-गड़बड़ियां

सफाई पर ध्‍यान दें- सफाई पर ध्‍यान न देने के कारण ही रैशेज की संभावना बढ़ जाती है। सही तरीके से सफाई न होना भी रैशेज का प्रमुख कारण भी है। इसलिए महिला को इन दिनों में सफाई पर विशेष ध्‍यान देना चाहिए। सफाई रखने से किसी भी तरह के बैक्‍टीरिया नहीं होते हैं।
पैड बदलती रहें- पीरियड्स के दौरान पैड या कपड़ा बदलने में बिलकुल भी लापरवाही न बरतें। पहले, दूसरे व तीसरे दिन हर 6 घंटे में पैड को जरूर बदलें। इससे किसी भी प्रकार का संक्रमण नहीं होगा और रैशेज भी नहीं पड़ेगें। चौथे व पांचवे दिन 8 से 9 घंटे पर पैड बदलें।
एंटीसेप्टिक का प्रयोग करें - रैशेज की समस्‍या को दूर करने के लिए आप एंटीसेप्टिक का प्रयोग कर सकती हैं। आजकल बाजार में कई प्रकार की एंटीसेप्टिक क्रीम आती हैं। इनको लगाने से पीरियड्स के दौरान रैशेज से बचाव किया जा सकता है। जब भी पैड बदलें तो इन क्रीम का प्रयोग करें। लेकिन इन क्रीम का प्रयोग करने से पहले चिकित्‍सक से सलाह जरूर लें।
अच्‍छी गुणवत्‍ता वाल सैनीटरी प्रयोग करें- पीरियड के दिनों में महिलाओं को हमेशा अच्‍छे सैनेटरी पैड का प्रयोग करना चाहिए, सैनीटरी पैड ऐसा हो जो ब्‍लीडिंग को पूरी तरह से सोख ले और लम्‍बे समय तक चले, इससे आसपास खून नहीं फैलेगा और रैशेज की संभावना भी कम हो जायेगी।

पाउडर का प्रयोग करें- पीरियड्स के दिनों में जब भी आप सैनेटरी पैड को बदलें तो जननांगों की सफाई के बाद पाउडर लगा लें। इससे जननांग सूख जायेंगे और रैशेज की संभावना भी कम हो जायेगी। अगर आपको अक्‍सर रैशेज की शिकायत होती है तो एंटीसेप्टिक पाउडर का प्रयोग करें।

नोट- रैशेज कोई गंभीर समस्‍या नहीं है, यह साफ-सफाई न करने के कारण होने वाली समस्‍या है, इसलिए न केवल पीरियड के समय बल्कि सामान्‍य दिनों में भी सफाई पर विशेष ध्‍यान दें।

एक बार इन्हे भी जरूर आजमाएं--


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